नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों- राजस्थान, मध्यप्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। इसी के साथ इन राज्यों में आज से ही आदर्श आचार संहित लागू हो गई है। छत्तीसगढ में पहले चरण का मतदान सात नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान सत्रह नवंबर को होगा। नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। नई दिल्ली में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का विशेष महत्व इसलिए है, क्योंकि यह दो हजार चौबीस के आम चुनाव से पहले होने वाले अंतिम विधानसभा चुनाव होंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि निर्वाचन आयोग इन पांचों राज्यों में साफ-सुथरे और गड़बड़ियों से मुक्त चुनाव सुनिश्चित करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग ने स्वस्थ, गलतियों से मुक्त और समावेशी मतदाता सूचियां बनाने पर विशेष रूप से जोर दिया है। पांचों राज्यों में कुल छह सौ उनयासी विधानसभा सीटें हैं और सोलह करोड़ मतदाता हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में सात नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए तेरह अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। इसी दिन से नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो बीस अक्टूबर तक चलेगी। इक्कीस अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और तेईस अक्टूबर तक प्रत्याषी अपना नाम वापस ले सकेंगे। वहीं, सत्रह नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए इक्कीस अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी। तीस अक्टूबर को नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन है। इकतीस अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। प्रत्याषी दो नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नब्बे विधानसभा सीट हैं। इनमें से पहले चरण में बीस विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें बस्तर संभाग की सभी बारह सीटें – अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा शामिल हैं। इसके अलावा पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला-मानपुर में भी पहले चरण में मतदान होगा। वहीं, दूसरे चरण में बाकी सत्तर सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
सूची देखें