रायपुर। ज्वैलरी के क्षेत्र में प्रमुख रिटेलर्स में से एक, मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स, दुनिया भर में अपने कारोबार का विस्तार करने की तर्ज पर भारत में १० नए रिटेल स्टोर खोलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कंपनी का लक्ष्य मार्च के महीने तक दुनिया भर में ३५० स्टोर खोलने का है। हाल ही में मलाबार को विश्व के छठे सबसे बड़े ज्वैलरी ग्रुप का दर्जा दिया गया है। डेलॉयट की लक्जरी गुड्स ग्लोबल रैंकिंग में मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स १९वें पायदान पर है।
भारत के महाराष्ट्र में लातूर, सतारा और नागपुर में कंपनी के स्टोर्स खोले जाएंगे। कर्नाटक में कोलार और वाइटफील्ड, राजस्थान में जयपुर, दिल्ली में चांदनी चौक, आंध्रप्रदेश में वनस्थलीपुरम, पंजाब में पटियाला और पुडुचेरी में मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के नए स्टोर खुलेंगे। राजस्थान और पुडुचेरी में मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के यह पहले स्टोर्स होंगे। इससे कंपनी इन राज्यों में ब्रैंड की मौजूदगी का विस्तार करेगी। कंपनी के आठ अन्य स्टोर्स देश के उन राज्यों में खोले जाएंगे, जहां कंपनी ने पहले ही अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करा ली है। मलाबार ग्रुप के चेयरमैन एमपी अहमद ने कहा, च्हमनेज् मेक इन इंडिया, मार्केट टु वल्र्डज् का कॉन्सेप्ट अपनाकर पूरी दुनिया में काफी तेजी से प्रगति की है। इस उपलब्धि से न सिर्फ हमें खुशी हो रही है, बल्कि उन १४ देशों में आभूषण प्रेमियों को काफी प्रसन्नता हुई है, जहां इस ब्रैंड की प्रभावशाली और मजबूत मौजूदगी है। अब जब हम १० नए स्टोर्स को खोलने की तैयारी कर रहे हैं तो इस अवसर पर मैं अपने उपभोक्ताओं, टीम मेंबर्स और निवेशकों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने में प्रमुख भूमिका निभाई है। हर नया स्टोर खुलने के साथ, हम विश्व के नंबर वन ज्वैलरी और लक्जऱी ब्रैंड बनने के अपने लक्ष्य के और करीब आ रहे हैं।ज्ज् मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स दुनिया भर में नए स्टोर्स खोलकर विस्तार अभियान को बढ़ावा दे रहा है। कंपनी का जिन देशों में कारोबार फैला हुआ है, उसके अलावा कंपनी न्यूजीलैंड, मिस्र, तुर्की और दक्षिण अफ्रीका में अपने नए स्टोर्स खोलेगी। मलाबार ग्रुप को रोजगार के क्षेत्र में नए-नए अवसरों के सृजन और कर्मचारियों के लिए काम करने का बेहतर माहौल प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इस समय कंपनी के अलग-अलग देशों और जातीय समूहों में करीब २२ हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। कंपनी का लक्ष्य अगले तीन सालों में अपने कर्मचारियों की संख्या को एक लाख तक पहुंचाना है, जिससे ज्यालदा से ज्यारदा लोगों को नौकरी के अवसर मिलेंगे।