*भगवान शिव की आराधना से मिलता है मनोवांछित फल*
श्रवण अधिमास के अंतिम सोमवार को महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने जांजगीर- चांपा जिले के अनेक शिवालयों में पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया! प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेश्री महन्त जी महाराज सबसे पहले दोपहर 12:00 बजे रायपुर के श्री दूधाधारी मठ सत्संग भवन में आयोजित मातंगी माता दरबार के शुभारंभ के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए 1:30 बजे रायपुर से रवाना होकर 3:00 बजे जांजगीर में मेट्रो टॉकीज के सामने अर्जुन सिंह छत्री के निवास स्थल पर पहुंच कर महामृत्युंजय के जाप एवं पूजा अर्चना कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, यहां से उनका आगमन तुर्री धाम हुआ जहां भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किये, इसी तरह ओडेकेरा एवं बरगड़ी पहुंचकर दर्शन पूजन के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। अपने आशीर्वचन संदेश में उन्होंने कहा कि- पूरा श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित है। सभी भक्तजन सावन महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना एवं आराधना करते हैं। सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है इसलिए इस दिन सभी शिवालयों में शिव भक्त भगवान के दर्शन के लिए आते हैं और भगवान की पूजा -अर्चना कर अपने मनोवांछित फल को प्राप्त करते हैं, भगवान शिव औढरदानी हैं, वे जगत के माता-पिता हैं, समस्त संसार का कल्याण करते हैं श्री रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने लिखा है कि-जगत मातु-पितु शंभू भवानी। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में निश्चित रूप से शिवजी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। शिव दर्शन के इस कार्यक्रम में राजेश्री महन्त जी महाराज के साथ जनपद सदस्य श्री कमलेश सिंह जी ,मनोज मित्तल, शैलेश शर्मा, सुरेश जयसवाल, रामराज पांडे, रामदास वैष्णव, राकेश वैष्णव, सुशील कुमार साहू मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य जन सम्मिलित हुए।