शिक्षा के विभिन्न आयामों का अवलोकन*
स्कूल में स्वयं शिक्षक बनकर शिक्षा सचिव ने कृत्रिम उपग्रह के बारे में विद्यार्थियों को समझाया*
रायपुर /11 नवम्बर
स्कूल शिक्षा सचिव सिध्दार्थ कोमल सिंह परदेशी ने आज उड़ीसा के सीमावर्ती वनांचल क्षेत्र को मा खान से बेलसोड़ा तक महासमुंद जिले के विभिन्न स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण, बच्चों के हाजिर जवाब से शिक्षा सचिव हुए प्रभावित
इस दौरान उन्होंने कई स्कूलों में शैक्षिक गतिविधियों, सुविधाओं और बच्चों की शैक्षिक प्रगति का जायजा लिया। जिन विद्यालयों का निरीक्षण किया गया उनमें हायर सेकेंडरी स्कूल बेलसोंडा, प्राथमिक शाला ओंकारबंद, प्राथमिक शाला पीएम श्री स्कूल खोपड़ी, मिडिल स्कूल खोपली, हाई स्कूल खोपली, मिडिल स्कूल कसेकेरा, हाई स्कूल कसेकेरा, मिडिल स्कूल कुलिया, और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सुनसुनिया शामिल हैं।
निरीक्षण के दौरान, रायपुर संभाग के संयुक्त संचालक राकेश पांडेय भी सहित जिले के अधिकारी भी उनके साथ थेl शिक्षा सचिव श्री परदेशी ने बच्चों से उनकी अब तक की पढ़ाई के बारे में चर्चा की और विज्ञान, भूगोल एवं सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे। बच्चों से भारत के महान वैज्ञानिकों, इंद्रधनुष के रंगों की संख्या, छत्तीसगढ़ के जिलों के नाम और पड़ोसी राज्यों के बारे में सवाल किए गए। छोटे बच्चों से रंगों और फलों से संबंधित प्रश्न भी पूछे गए, जिनमें अधिकांश बच्चों ने सही उत्तर दिए। बच्चों के हाजिर जवाब से शिक्षा सचिव प्रसन्न हुए और उनकी समझ को सराहा।
निरीक्षण के दौरान, श्री परदेशी ने विद्यालयों में शौचालय में तालाबंदी पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की और प्रधानपाठक एवं प्राचार्य को निर्देशित किया कि स्कूल की सुविधाओं का सभी बच्चों को अधिकतम लाभ मिले। उन्होंने कहा कि शासन से प्राप्त सामग्री अलमारी या बॉक्स में बंद नहीं होनी चाहिए; इसे बच्चों के उपयोग के लिए आसानी से उपलब्ध रखा जाए। उन्होंने शौचालय में स्वच्छता बनाए रखने और स्कूल समय में शौचालय का ताला खुला रखने के निर्देश दिए। साथ ही, परिसर की सफाई, मुस्कान पुस्तकालय का अधिकतम उपयोग, प्रयोगशाला में बच्चों का प्रयोग करना, शिक्षकों की समय पर उपस्थिति, शिक्षक डायरी का संधारण, और शासन के दिशा-निर्देशों का समयानुसार पालन करने पर भी जोर दिया।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सुनसुनिया में बच्चों ने रक्षाबंधन पर्व पर महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से हुई भेंट को अपने जीवन का यादगार पल बताया। इस पर सचिव ने कहा कि आज की बालिकाएं और महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, वे सुई से लेकर हवाई जहाज तक उड़ा रही हैं। यह समाज में महिला सशक्तिकरण का एक शानदार उदाहरण है।
इस अवसर पर रायपुर शिक्षा संभाग के संयुक्त संचालक श्री राकेश पांडे ,जिला शिक्षा अधिकारी श्री मोहन राव सावंत,आलोक चांडक जिला मिशन समन्वयक श्री कमल नारायण चंद्राकर, सहायक संचालक श्री सतीश नायर, सहायक संचालक श्री नंदकिशोर सिन्हा, विकास खंड शिक्षा अधिकारी बागबाहरा श्री के के वर्मा, बीआरसीसी महासमुंद श्री जागेश्वर सिन्हा, और एबीईओ श्री रामता मन्नाडे भी उपस्थित थे।